बिलासपुर । बिलासपुर जिला में एक बुजुर्ग महिला को टोनही बताकर गर्म हसियासे जलाकर हत्या की कोशिश करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है पीड़ित महिला घटना के बाद से काफी खौफ में है और उसने घटना पर पर्दा डाले रखा। लेकिन एसपी संतोष सिंह के निर्दश पर पुलिस की काउंसलिंग और परिवार वालों के खुलासे के बाद पुलिस ने इस घटना पर एक्शन लेते हुए आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर 2 बैगा सहित अंधविश्वास में आकर घटना को अंजाम देने वाले एक ही परिवार के 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
न्यायधानी बिलासपुर में अंधविश्वास और फिर क्रूरता की सारे हदे पार करने का ये सनसनीखेज मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक मस्तूरी क्षेत्र में भूरी बाई का परिवार निवास करता है। बुजर्ग महिला के बेटे ने 12 जनवरी को मस्तूरी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया था। रिपोर्ट में उसने बताया कि उसके गॉव के केजउ राठौर और उसके परिवार लोगों ने बैगा के साथ मिलकर उसकी मां को टोनही बताकर गर्म सलाखों से जलाकर मारने की कोशिश की है। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि घटना काफी गंभीर और अंधविश्वास से जुड़ा था। लिहाजा उन्होने तत्काल टीम गठित कर मामले की सूक्ष्मता से जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई का निर्देश दिया था।
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एसपी के निर्देश के बाद पुलिस अधिकारी द्वारा पीड़ित महिला का बयान दर्ज करने का प्रयास किया गया। लेकिन इस घटना से खौफ में आई महिला पहले तो घर में कुकर फटने की बात कहकर इस घटना का खुलासा करने से डरती रही। लेकिन पुलिस की काउंसलिंग और भरोसा दिलाये जाने के बाद हकीकत सामने आया। इस खुलासे के बाद पुलिस टीम ने पीड़ित महिला के साथ घटना को अंजाम देेने वाल केजउ राठौर व उसके परिवार वालों के खिलाफ हत्या का प्रयास और टोनही प्रताड़ना अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया। उधर पुलिस में अपराध दर्ज होते ही केजउ राठौर का पूरा परिवार और दोनों बैगा फरार हो गये थे। जिन्हे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की अलग-अलग टीम बनाकर पतासाजी हेतु कोरबा, जांजगीर और रायगढ़ रवाना किया गया था ।
इसी दौरान मुखबिर की सूचना और सायबर सेल से मिले इनपूट के आधार केजउ राठौर और उसके परिवार वालों को कोरबा के बालको थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। वहीं इस वारदात में शामिल दोनो बैगा को जांजगीर चाम्पा जिला से हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया ।पुलिस की पूछताछ में आरोपी केजउ राठौर ने बताया कि उसने अपनी बेटी और बहू के झाड़फूक कराकर ईलाज के लिए आपने दामाद संतोष राठौर को बैगा लाने के लिए कहा था। जिसके बाद दामाद संतोष अपने पहचान के देवी प्रसाद और धरम बैगा को लेकर ग्राम भदौरा झाड़फूक कराने ले गया । ग्राम भदौरा में केजू राठौर के घर पर बैगा द्वारा केजउ राठौर की बेटी और बहू जो कि बीमार रहते थे उनकी झाड़ फूक की गई। इस दौरान उन पर भूत होने की बात कहकर भूत भगाने का प्रक्रिया किया गया।
यहीं नही बैगा द्वारा सभी को झांसे में लेकर रात के वक्त दोबारा भूत भगाने के लिए अनुष्ठान करने की बात कहकर सभी को इकट्ठा किया गया। तंत्र-मंत्र और पूजा पाठ के दौरान बैगा और केजउ राम के परिवार वालों को भूरी बाई द्वारा जादू टोना कर घर में भूत धराने का खुलासा किया गया। इसके बाद भूत भगाने के लिए आरोपियों ने मिलकर बुजुर्ग महिला को उसके घर से घसीट कर लाने के बाद उस पर टोनही होने का आरोप लगाते हुए हसिया को गर्म करके उसके हाथ पैर और शरीर को बुरी तरह से जलाया गया और उसे अधमरा हाल में छोड़कर चले गये। अंधविश्वास और हत्या के प्रयास के इस सनसनीखेज मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने इस घटना में शामिल दोनों बैगा सहित एक ही परिवार के 5 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।