सुजानपुर। सुजानपुर-हमीरपुर मुख्य मार्ग पर चबूतरा भड़मेली के बीच जंगल में वन विभाग द्वारा वर्षों पुरानी बनाई गई वर्षाशालिका की हालत जर्जर हो गई है। इसमें लगाई गई लकडिय़ां जगह-जगह से छूट रही हैं और यह वर्षशालिका गिरने की कगार पर आ गई है। सुजानपुर-हमीरपुर मुख्य मार्ग पर बनी इस वर्षाशालिका के पास एक शीतल पेयजल स्त्रोत बावड़ी भी है और अपनी गाडिय़ों में सफर करने वाले लोग अकसर यहां रुकते हंै और कुछ देर के लिए इस वर्षाशालिका में विश्राम करते हैं या वर्षाशालिका में परिवार सहित बैठ कर अपने घर से लाया हुआ भोजन करते हैं। यही नहीं यहां बैठकर साथ लगती ठंडी शीतल बाबड़ी का पानी पीने का आनंद उठाते हैं।सडक़ किनारे जंगल में एकांत और शांत जगह में होने के कारण इस वर्षाशलिका में राहगीरों का जमावड़ा लगा रहता है, लेकिन जंगल के बीच बनाई गई यह सुंदर वर्षाशालिका अब गिरने की कगार पर आ गई है। इसलिए विभाग द्वारा लोगों को इसमें बैठने के लिए बंद कर देना चाहिए, जिससे इसके गिरने से किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे। लोगों ने वन विभाग से इस वर्षाशालिका की शीघ्र मरम्मत करने की मांग की है।

