Janjgir. जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में पुलिस ने 17 लाख रुपए की फिरौती के लिए एक किशोर को अपहरण करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर किशोर को किडनैप किया और उसके पिता से बड़ी रकम की मांग की थी। पुलिस ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की। मिली जानकारी के अनुसार, प्रार्थी बुधराम साहू ने कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके पुत्र किशन कुमार साहू को कुछ अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया है। अपहरणकर्ताओं ने किशन को छोड़ने के एवज में 17 लाख रुपए की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत अपराध दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू की।
विवेचना के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि अपहृत किशन कुमार अभय कुमार के कब्जे में है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए किशन कुमार को सुरक्षित बरामद किया। पूछताछ में अभय कुमार ने बताया कि उसने अपने साथियों दीपक रात्रे और आयशा बेगम के साथ मिलकर किशन का अपहरण किया था और फिरौती की रकम वसूली के लिए योजना बनाई थी। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की तो अधिकांश आरोपी फरार हो गए। आयशा बेगम को पुलिस ने जल्द ही पकड़ लिया, जिसे पहले ही गिरफ्तारी के बाद जेल में भेजा जा चुका था। वहीं मुख्य आरोपी दीपक रात्रे घटनास्थल से फरार चल रहा था। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर विशेष छापेमारी की और अंततः दीपक रात्रे को गिरफ्तार किया।
अदालत में पेशी के दौरान पूछताछ में दीपक रात्रे ने अपने साथी अभय कुमार और आयशा बेगम के साथ मिलकर किशन साहू का अपहरण करने और फिरौती की मांग करने की पूरी योजना का खुलासा किया। साथ ही उसने बताया कि अपहरण में प्रयुक्त चाकू को उसने अपने घर में छुपा रखा था। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर चाकू को बरामद किया। कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी दीपक रात्रे को अदालत में पेश कर रिमांड प्राप्त किया गया और घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई। अदालत ने आरोपी को जेल भेजने का आदेश दिया। इससे जिले में अपराध नियंत्रण और फिरौती के मामलों में पुलिस की सक्रियता का संदेश गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अपहरण और फिरौती के मामलों में समय पर कार्रवाई अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। किशोर की सुरक्षा सुनिश्चित करना और अपराधियों को पकड़ना पुलिस की प्राथमिकता थी। इस कार्रवाई से यह साबित होता है कि पुलिस जिले में किसी भी प्रकार के अपहरण और फिरौती के मामलों को गंभीरता से ले रही है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और मांग की है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि किसी संदिग्ध गतिविधि या फिरौती के प्रयास की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस घटना ने जिले में सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के महत्व को उजागर किया है। पुलिस की तत्परता और मुखबिर की मदद से किशोर को सुरक्षित बरामद करना और आरोपियों को गिरफ्तार करना कानून व्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है। अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे मामलों में शीघ्र कार्रवाई की जाएगी और अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

