Khairagarh. खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में रविवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। छुईखदान थाना क्षेत्र के ग्राम झुरानदी में गांव के एक कुएं से दो मासूम बच्चों के शव मिलने के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। मृत बच्चों की पहचान तीन वर्षीय करण वर्मा और डेढ़ वर्षीय उसकी बहन के रूप में हुई है। दोनों भाई-बहन के शव जब कुएं से बाहर निकाले गए, तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं। मातम और चीख-पुकार के बीच गांव का माहौल शोक और सन्नाटे में डूब गया।
पुलिस के अनुसार, रविवार की दोपहर से दोनों बच्चे घर से लापता थे। परिजनों ने आसपास और गांव में काफी खोजबीन की, लेकिन बच्चों का कहीं पता नहीं चला। देर शाम ग्रामीणों ने गांव के पास बने एक पुराने कुएं से बदबू आने और कुछ संदिग्ध चीज दिखाई देने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही छुईखदान थाना प्रभारी शक्ति सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कई घंटों की मशक्कत के बाद दोनों मासूमों के शवों को कुएं से बाहर निकाला गया। घटना स्थल का दृश्य इतना भयावह था कि मौके पर मौजूद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। दोनों बच्चों के मुंह कपड़े से बंधे हुए थे, जिससे पुलिस को शक है कि यह हत्या का मामला है।
प्रथम दृष्टया यह मामला किसी दुर्घटना का नहीं बल्कि एक योजनाबद्ध साजिश के तहत की गई हत्या प्रतीत हो रहा है। पोस्टमॉर्टम के लिए दोनों शवों को छुईखदान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां देर रात तक भारी भीड़ जमा रही। पुलिस ने मौके से कई अहम सुराग जुटाए हैं और फॉरेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है। थाना प्रभारी शक्ति सिंह ने बताया कि यह मामला बेहद संवेदनशील है, और जांच के सभी पहलुओं पर बारीकी से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हत्या के पीछे पारिवारिक विवाद, जमीन संबंधी रंजिश या अन्य कोई निजी दुश्मनी जैसे कोणों की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने आसपास के गांवों में नाकाबंदी बढ़ा दी है ताकि कोई संदिग्ध व्यक्ति फरार न हो सके। कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि दोषी चाहे कोई भी हो, उसे हर हाल में कानून के दायरे में लाया जाएगा। इस हृदयविदारक घटना से पूरे क्षेत्र में भय और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों में आक्रोश है कि इतने छोटे बच्चों की हत्या जैसी अमानवीय घटना को किसी ने कैसे अंजाम दिया। गांव के लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोर सजा दी जाए। मृत बच्चों के माता-पिता — गजानंद वर्मा और मनीषा वर्मा — का रो-रोकर बुरा हाल है। मां बार-बार बेहोश हो जा रही है, जबकि पिता सदमे में है। घर का हर सदस्य और पड़ोसी परिवार गहरे दुःख में है। गांव में शोक की लहर फैल गई है और हर कोई इस बात को लेकर स्तब्ध है कि आखिर किसने और क्यों दो मासूम जिंदगियों को इस तरह बेरहमी से खत्म कर दिया।
पुलिस अधीक्षक कवर्धा ने भी इस वारदात पर संज्ञान लिया है और छुईखदान पुलिस को शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक जानकारी आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि बच्चों की हत्या कैसे की गई। ग्राम झुरानदी की यह घटना न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पूरे प्रदेश के लिए झकझोर देने वाली है। मासूमों की हत्या ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर हमारे समाज में निर्दोष बच्चों की सुरक्षा कितनी कमजोर हो चुकी है। पुलिस अब इस मामले को सुलझाने और हत्यारे को पकड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।

