Names of 170 voters were deleted(Credit-@firstbiharnews)
Bihar Elections 2025: बिहार (Bihar) में अब कुछ ही दिनों में चुनाव का आगाज होगा. अब ऐसे में प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. बिहार के जमुई (Jamui) जिले के सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र के धर्मपुर गांव से 170 वोटर्स के नाम हटा दिए गए. जिसके बाद ग्रामीणों में रोष फ़ैल गया और उन्होंने बीएलओ को सात घंटे तक बंधक बनाकर रखा. इसका वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है. जिसमें युवक कहता है की बगल के गांव का एक भी नाम नहीं कटा है और यहांपर आपने पूरे नाम काट दिए है. इसके बाद युवक अधिकारी को कहता है ,’आपने मनमानी की है.
इसके बाद युवक अधिकारी को कहता है, हमने आपको दो बार नाम दिए है, इसके बाद भी मेरा और मेरे भाई का नाम मतदाता सूची में नहीं है. इसके बाद शख्स मोबाइल में वोटर्स की लिस्ट दिखाता है और कहता है की ये सभी नाम कट चुके है. इस वीडियो (Video) को सोशल मीडिया X पर @firstbiharnews नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:Bihar Voter List: क्या आपका नाम भी वोटर लिस्ट से गायब है? SIR के बाद EC ने जारी की नाम कटने वाले मतदाताओं की सूची, ऐसे करें चेक
170 वोटर्स के नाम काटे
जमुई जिले के सिकंदरा विधानसभा के धर्मपुर में मतदाता सूची से 170 नाम काटे जाने पर लोगों का गुस्सा फूटा: नाराज़ मतदाताओं ने बीएलओ को 7 घंटे तक बंधक बनाकर रखा।#Jumui #Sikandra #BLO #VoterList #BiharElections #ElectionNews #BiharPolitics #Democracy #BreakingNews pic.twitter.com/PZ45jGYahH
— FirstBiharJharkhand (@firstbiharnews) November 2, 2025
वोटर्स लिस्ट से नाम कटने से लोगों में आक्रोश
जमुई जिले (Jamui) से सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र (Sikandra Assembly Constituency) के धर्मपुर गांव में ग्रामीणों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब उन्हें पता चला कि वोटर लिस्ट से 170 मतदाताओं के नाम अचानक हटा दिए गए हैं.शनिवार सुबह करीब 9 बजे ग्रामीणों ने धर्मपुर मध्य विद्यालय के शिक्षक एवं बीएलओ मनोज कुमार को रोका और शाम तक स्कूल परिसर में ही बंधक बनाए रखा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनकी लापरवाही के कारण सैकड़ों मतदाता आगामी चुनाव में मतदान का अधिकार खो सकते हैं.धर्मपुर मतदान केंद्र संख्या 108 के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2024 में यहां कुल 879 मतदाता दर्ज थे. अगस्त 2025 की सूची में यह संख्या घटकर 857 रह गई, जबकि अक्टूबर तक यह और कम होकर 749 पर पहुंच गई. हालांकि इस बीच 90 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए, लेकिन 170 पुराने नाम बिना स्पष्ट कारण के हटा दिए गए.
बीएलओ की सफाई
इस पूरे मामले में बीएलओ (BLO) मनोज कुमार ने ग्रामीणों के आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि उन्होंने करीब 100 आवेदन विभाग को भेजे थे, जिनमें से केवल 60 को मंजूरी मिली है. बाकी 40 फॉर्म विभाग ने तकनीकी कारणों से अस्वीकृत कर दिए. उनका कहना है कि यह निर्णय उनके स्तर का नहीं बल्कि विभागीय प्रक्रिया का हिस्सा है.
बोगस मतदान को लेकर विपक्ष कर रहा है आंदोलन
पिछले कुछ महीनों से चुनाव आयोग (Election Commission) की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठा रहे है. बोगस वोटर्स के नाम मतदाता सूची में जोड़ने को लेकर एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के मुंबई में बड़ा मोर्चा आयोजित किया गया था. जिसमें बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे. इसके साथ ही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी लगातार बीजेपी सरकार और चुनाव आयोग पर फर्जी मतदान और फर्जी मतदाता के नाम वोटर लिस्ट में डालने के कारण सवाल उठा रहे है. इस घटना के बाद लोगों में काफी रोष है.
                        
                        

