Raipur. रायपुर। झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित चौथी सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में छत्तीसगढ़ की बेटी थोटा संकीर्तना ने प्रदेश का नाम गर्व से रोशन किया है। भिलाई की यह युवा एथलीट 800 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त कर कांस्य पदक जीतने में सफल रही। यह उपलब्धि संकीर्तना के लिए व्यक्तिगत तौर पर बड़ी सफलता है और साथ ही छत्तीसगढ़ के खेल जगत के लिए भी गौरव का विषय बनी है।
थोटा संकीर्तना दुर्ग जिले के चरोदा भिलाई के जी केबिन चरोदा क्षेत्र की निवासी हैं। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने न केवल उनके परिवार और प्रशिक्षकों को गर्व महसूस कराया, बल्कि स्थानीय समुदाय में भी खुशी और उत्साह का माहौल बना दिया। क्षेत्रवासियों ने संकीर्तना को उनकी मेहनत, लगन और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम, मोरहाबादी (रांची) में आयोजित हुई, जिसमें केवल भारत ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका जैसे देशों के खिलाड़ी भी शामिल हुए। इस प्रतियोगिता में विभिन्न देशों के युवा एथलीटों ने भाग लिया, जिससे इसका स्तर और प्रतिस्पर्धा काफी ऊँची रही।
छत्तीसगढ़ से इस प्रतियोगिता में केवल थोटा संकीर्तना ने ही हिस्सा लिया और अपने दमदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने 800 मीटर दौड़ में शानदार तकनीक और स्थिरता के साथ दौड़ पूरी की। शुरू से ही उन्होंने बढ़त बनाए रखी और अंतिम दौर में भी धैर्य और ताकत के साथ प्रतिस्पर्धा जारी रखी। उनके इस प्रयास का परिणाम तीसरा स्थान और कांस्य पदक के रूप में सामने आया। संकीर्तना की इस उपलब्धि से उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनके माता-पिता ने कहा कि संकीर्तना की मेहनत, अनुशासन और समर्पण ही उनकी सफलता का मूल कारण है। प्रशिक्षकों ने भी उनकी प्रशंसा की और कहा कि संकीर्तना की लगन और निरंतर प्रशिक्षण ने उन्हें यह मुकाम हासिल करने में मदद की।
जी केबिन चरोदा क्षेत्र के लोग भी संकीर्तना की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि यह सिर्फ संकीर्तना की सफलता नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र और राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि संकीर्तना भविष्य में और भी बड़ी प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ का नाम ऊँचा करेगी। विशेष रूप से यह ध्यान देने योग्य है कि सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंच है। यहां प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ी न केवल अपनी व्यक्तिगत क्षमता दिखाते हैं, बल्कि अपने देश का सम्मान भी बढ़ाते हैं। थोटा संकीर्तना का प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी काबिलियत साबित कर सकते हैं।
संकीर्तना की मेहनत और सफलता छत्तीसगढ़ में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए एक उदाहरण के रूप में देखी जा रही है। उनके यह जीत न केवल एथलेटिक्स को बढ़ावा देगी, बल्कि अन्य युवा खिलाड़ियों को भी अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करेगी। इस प्रकार, थोटा संकीर्तना ने न केवल व्यक्तिगत रूप से सफलता पाई, बल्कि छत्तीसगढ़ का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर प्रदेशवासियों के लिए गर्व का कारण भी बन गई हैं। उनके इस मुकाम तक पहुंचने की कहानी हर युवा को यह संदेश देती है कि मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

