वर्ष 2025
में यह संख्या बढ़कर 15 लाख तक पहुंच गई है और इस वर्ष के आगामी महीनों में वृद्धि का अनुमान है। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर उपलब्ध ऑनलाइन सेवाओं को बढ़ाया गया है। वर्ष 2022 में 113 सेवाएं प्रदान की जा रही थी और वर्ष 2025 में ऑनलाइन सेवाओं की संख्या बढ़कर 436 हो गई है। वर्तमान सरकार के कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त इन सेवाओं में चार गुणा की वृद्धि दर्ज की गई है।
अपनाने
के निर्देश दिए गए हैं। राजस्व विभाग द्वारा कुछ तहसीलों में शुरू की गई एक पायलट परियोजना के तहत अब बिना सरकारी कार्यालय जा कर संपत्ति का पंजीकरण करवाना संभव हो गया है। सरकार की इस पहल को लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए अन्य विभागों को भी इसी तरह की डिजिटल नवाचारों का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

