Bhilai. भिलाई। छत्तीसगढ़ के वैशाली नगर, भिलाई दुर्ग में शिक्षा और सामाजिक समानता को बढ़ावा देने के लिए विधायक रिकेश सेन ने एक उल्लेखनीय पहल की है। इस पहल के अंतर्गत दुर्ग जिले और इसके सुदूर अंचलों से अध्ययन के लिए भिलाई आए अनुसूचित जाति (एससी) और पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों को कक्षा 11वीं से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) तक पढ़ाई के दौरान ठहरने और भोजन की नि:शुल्क सुविधा प्रदान की जाएगी। इस योजना की मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तत्काल स्वीकृति दी है, जिसके लिए विधायक रिकेश सेन ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस पहल का उद्देश्य उच्च शिक्षा में किसी भी छात्र को आर्थिक कठिनाई या रहन-सहन की कमी के कारण अध्ययन में अड़चन न आने देना है।
योजना का लाभ और विस्तार
विधायक रिकेश सेन की इस पहल से दुर्ग जिले के सुदूर अंचल और वैशाली नगर क्षेत्र से आने वाले 200 छात्र-छात्राओं को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत दोनों वर्ग के 100-100 छात्रों के लिए उनके शिक्षण संस्थान के पास वैशाली नगर, भिलाई में नि:शुल्क आवास की व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त चयनित छात्रों को प्रतिमाह 1200 रुपये भोजन के लिए दिए जाएंगे। इस पहल का लाभ मुख्य रूप से उन छात्रों को मिलेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं और उच्च शिक्षा में अध्ययन करने के लिए अपने गांव से 8 किलोमीटर या उससे अधिक दूरी तय करके भिलाई आते हैं। यह सुविधा सरकारी स्कूल और महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले दोनों वर्ग के छात्रों के लिए उपलब्ध होगी।
विधायक रिकेश सेन की पहल और मुख्यमंत्री की स्वीकृति
विधायक रिकेश सेन ने बताया कि उन्होंने इस योजना के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया और इसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना की और इसे आगामी शिक्षण सत्र से लागू करने की स्वीकृति दे दी। श्री सेन ने कहा, “हम चाहते हैं कि अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के छात्र शिक्षा में पीछे न रहें। आर्थिक कठिनाइयाँ और रहने की समस्याएँ उनके विकास में बाधा न बनें। इसलिए हमने यह योजना शुरू की है।” इस पहल से छात्रों को न केवल पढ़ाई में सुविधा मिलेगी, बल्कि उनकी मानसिक और शारीरिक भलाई के लिए आवश्यक भोजन और आवास की सुविधा सुनिश्चित होगी।
कौन होंगे पात्र और लाभार्थी
योजना का लाभ वे छात्र उठा सकेंगे जो अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग से संबंधित हैं और कक्षा 11वीं से पोस्ट ग्रेजुएशन तक सरकारी स्कूल या महाविद्यालय में अध्ययन करना चाहते हैं। इस योजना में शामिल होने के लिए छात्रों को अपने पंजीयन के समय यह प्रमाणित करना होगा कि उनका निवास अध्ययन संस्थान से कम से कम 8 किलोमीटर दूर है। वर्तमान में इस योजना के तहत कुल 200 छात्रों का चयन किया जाएगा – प्रत्येक वर्ग से 100-100 छात्र। चयनित छात्र वैशाली नगर, भिलाई में उपलब्ध आवासीय सुविधा का उपयोग कर सकेंगे और उन्हें प्रतिमाह 1200 रुपये भोजन के लिए प्रदान किए जाएंगे।
पंजीयन प्रक्रिया और जानकारी
इच्छुक छात्रों को आगामी शिक्षण सत्र के लिए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के कार्यालय, जीरो रोड, शांति नगर, भिलाई में पंजीयन करवाना अनिवार्य है। पंजीकृत छात्रों का चयन उनके वर्ग और निवास की दूरी के आधार पर किया जाएगा। पंजीकृत छात्र ही इस सुविधा का लाभ उठा पाएंगे। विधायक रिकेश सेन ने बताया कि यह सुविधा केवल सरकारी संस्थानों में अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए लागू होगी। योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना और उनके अध्ययन में किसी भी प्रकार की बाधा न आने देना है।
योजना के सामाजिक और शैक्षिक लाभ
इस पहल से वैशाली नगर और दुर्ग जिले के सुदूर अंचलों के छात्र शिक्षा की बाधाओं को पार कर सकेंगे। आर्थिक रूप से कमजोर छात्र अब उच्च शिक्षा के लिए रहने और भोजन की चिंता किए बिना अध्ययन पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। इस योजना से न केवल शिक्षा में समानता बढ़ेगी, बल्कि समाज में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए अवसरों का विस्तार भी होगा। यह कदम सामाजिक समावेशन और शिक्षा के क्षेत्र में विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। विधायक रिकेश सेन ने कहा, “हमें गर्व है कि हम अपने क्षेत्र के युवाओं के भविष्य के लिए कुछ सकारात्मक कर रहे हैं। यह पहल उनके उच्च शिक्षा के मार्ग में आने वाली बाधाओं को कम करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।”
आगे की प्रक्रिया और भविष्य की योजनाएँ
विधायक ने बताया कि इस पहल के सफल क्रियान्वयन के बाद इसे भविष्य में और अधिक छात्रों तक विस्तारित करने पर भी विचार किया जाएगा। इसका लक्ष्य है कि अधिक से अधिक अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के छात्र उच्च शिक्षा तक पहुँच सकें और समाज में बराबरी का अवसर प्राप्त कर सकें। इस पहल से वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम होगी।

