Cough Syrup Controversy: नई दिल्ली: मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें खांसी की दवाओं की गुणवत्ता और उपयोग पर चर्चा हुई। उन्होंने दवा निर्माताओं को संशोधित शेड्यूल एम का पालन करने और नियम तोड़ने वाली फैक्ट्रियों के लाइसेंस रद्द करने का निर्देश दिया। राज्यों को बेहतर निगरानी, समय पर रिपोर्टिंग और समन्वय बढ़ाने की सलाह दी गई।
Cough Syrup Controversy: केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने तमिलनाडु की सरेशान फार्मास्यूटिकल्स की ‘कोल्ड्रिफ’ सिरप के खिलाफ कार्रवाई शुरू की, क्योंकि इसके सेवन से कई बच्चों की मौत हुई। तमिलनाडु एफडीए को सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। हिमाचल, उत्तराखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र में संदिग्ध दवाओं की फैक्ट्रियों की जांच शुरू हो गई है। सीडीएससीओ ने 19 दवाओं के सैंपल लिए, जिनमें कफ सिरप और एंटीबायोटिक शामिल हैं।
Cough Syrup Controversy: मध्य प्रदेश ने ‘कोल्ड्रिफ’ और ‘नेक्स्ट्रो डीएस’ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कंपनी के अन्य उत्पादों पर भी रोक लगाई। केंद्र ने सलाह दी कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप न दिया जाए और पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए डॉक्टरी सलाह अनिवार्य हो। तेलंगाना सरकार ने ‘कोल्ड्रिफ’ में डायएथिलीन ग्लाइकोल (डीईजी) की मौजूदगी की चेतावनी दी, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।

