
Chris Woakes. (Photo credits: X/@rohit_yadav0506)
Chris Woakes Retirement: इंग्लैंड क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. 29 सितंबर(सोमवार) को 36 वर्षीय वोक्स ने अपने संन्यास की आधिकारिक घोषणा की. 2013 में डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने अपने करियर में कुल 217 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और इंग्लैंड को कई अहम मौके पर जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. क्रिस वोक्स इंग्लैंड की दो आईसीसी सफेद गेंद विश्व कप जीत का हिस्सा रहे. उन्होंने 2019 वनडे विश्व कप और 2022 टी20 विश्व कप में खिताब जीतने वाली टीम में अहम योगदान दिया. जसप्रीत बुमराह ने इंस्टाग्राम स्टोरी में किया बड़ा ऐलान, तीसरी नीली टीम से जुड़ने को तैयार! फैंस ने लगाए कयास, देखें रिएक्शन
टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 62 मैचों में 192 विकेट लिए, जिसमें पांच बार उन्होंने पांच विकेट हॉल भी हासिल किया था. उनके वनडे करियर में 122 मैचों में 173 विकेट शामिल हैं, जिसमें तीन बार उन्होंने पांच विकेट झटके. वहीं टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वोक्स ने 33 मैच खेलकर 31 विकेट हासिल किए.
क्रिस वोक्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
Pleasure has been all mine. No regrets 🏴 pic.twitter.com/kzUKsnNehy
— Chris Woakes (@chriswoakes) September 29, 2025
इंग्लैंड क्रिकेट ने क्रिस वोक्स्स के कॉन्ट्रिब्यूशन के लिए की शुक्रिया अदा
🏴 Games: 2️⃣1️⃣7️⃣
☝️ Wickets: 3️⃣9️⃣6️⃣
🏏 Runs: 3️⃣7️⃣0️⃣5️⃣
🏅 Ashes Player of the Series
🏆 2019 & 2022 World Cup winner
After fifteen years of dedication to the badge, we wish you all the best in your international retirement, Wizz ❤️ pic.twitter.com/1kSw9qEODU
— England Cricket (@englandcricket) September 29, 2025
सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं, बल्कि बल्लेबाजी में भी क्रिस वोक्स ने टीम के लिए अहम योगदान दिया. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 2034 रन बनाए, जिसमें एक शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं. वनडे में उन्होंने 1524 रन बनाए, जबकि टी20आई में उनके नाम 147 रन दर्ज हैं. वह एक सच्चे ऑलराउंडर के रूप में जाने जाते रहे, जो जरूरत पड़ने पर गेंद और बल्ले दोनों से मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते थे.
क्रिस वोक्स ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच इसी साल भारत के खिलाफ ओवल टेस्ट में खेला था. संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपने करियर को लेकर कोई पछतावा नहीं है और वह गर्व महसूस करते हैं कि उन्होंने इंग्लैंड के लिए इतने वर्षों तक खेला। उनके संन्यास के साथ इंग्लैंड क्रिकेट ने एक भरोसेमंद ऑलराउंडर को खो दिया है, जिसकी जगह भरना आसान नहीं होगा.