
Election Commission | PTI
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से पहले बड़ा अपडेट आया है. चुनाव आयोग (Election Commission) ने 30 सितंबर को राज्य की अंतिम वोटर लिस्ट जारी कर दी है. यह सूची स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के तहत बनाई गई है, जो पूरे 22 साल बाद हुआ है. इस प्रक्रिया में करीब 48 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं. चुनाव आयोग ने 1 अगस्त को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की थी. इसके बाद 1 सितंबर तक लोगों और राजनीतिक दलों से आपत्तियां और दावे आमंत्रित किए गए. इस पूरी प्रक्रिया के बाद अब अंतिम लिस्ट सामने आई है. ड्राफ्ट लिस्ट में कुल 7.24 करोड़ मतदाता दर्ज थे.
चुनाव आयोग का बयान
चुनाव आयोग का कहना है कि लिस्ट से नकली और गैर-योग्य मतदाता हटाए गए हैं, ताकि चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके. आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी योग्य नागरिक का नाम वोटर लिस्ट से किसी भी हालत में नहीं हटाया जाएगा.
विपक्ष की आलोचना
वहीं विपक्ष ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि लाखों सही मतदाताओं को भी सूची से बाहर कर दिया गया है, जिससे कई नागरिक वोटिंग अधिकार से वंचित हो सकते हैं.
चुनाव की तैयारियां तेज
अंतिम वोटर लिस्ट जारी होने के बाद अब माना जा रहा है कि चुनाव आयोग अगले हफ्ते बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. आयोग की टीम 4 और 5 अक्टूबर को पटना जाएगी और वहां चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेगी. 3 अक्टूबर को पटना में जनरल, पुलिस और खर्च से जुड़े ऑब्जर्वर्स की ब्रीफिंग होगी. 470 ऑब्जर्वर्स बिहार और कुछ उपचुनावों के लिए तैनात किए जाएंगे.
छठ के बाद हो सकती है पहली वोटिंग
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चुनाव की पहली चरण की वोटिंग छठ पर्व के बाद हो सकती है. इस बार भी चुनाव कई चरणों में कराए जाने की संभावना है.
बिहार विधानसभा की मौजूदा 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है. पिछली बार चुनाव तीन चरणों में कोविड-19 महामारी के बीच हुए थे. इस बार SIR के चलते चुनाव पर और भी ज्यादा ध्यान केंद्रित है.