रायपुर। CG NEWS: कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने राजधानी के 07 बार/क्लब/पब- एफएल-2 (ए) रेस्टोरेट बार हाईपर क्लब, सिमंस बार, एफएल-4 (ए) व्यावसायिक क्लब जुनेजा वेंचर्स (मोका), एफएल-3 (ए) शॉपिंग मॉल एवं रेस्टोरेंट बार रॉयल रीट्रिट (आईपी क्लब), एफएल-3 होटल बार शीतल इंटरनेशनल (जूक क्लब), होटल बार मिलानो फुड कंपनी (ओटीआर) और होटल बार सेमरॉक ग्लोबल सेरीखेड़ी के लायसेंस तीन दिवस के लिए निलंबित किए गए हैं। यह 30 सितंबर, 01 अक्टूबर और 03 अक्टूबर के लिए अनुज्ञप्ति शर्तों के उल्लंघन एवं कानून व्यवस्था की स्थिति बनने के कारण यह कार्रवाई की गई है, जो कि पुलिस प्रतिवेदन के आधार पर की गई है।
प्रशासन की कार्रवाई की जद में आए बार और क्लबों में जूक पब, मोका, फ्लोरेंस, हाइपर क्लब, रॉयल रिट्रीट, सेमरॉक और द सिमर्स बार शामिल हैं। इन सभी प्रतिष्ठानों को नियमों का उल्लंघन करते पाया गया, जिसके चलते तीन दिनों के लिए लाइसेंस निलंबित करने का आदेश जारी किया गया है।
नियमों का उल्लंघन बना वजह
नियमों के अनुसार, रायपुर में बार और क्लबों को आधी रात 12 बजे तक ही संचालन की अनुमति है। इसके बाद भी यदि कोई प्रतिष्ठान खुला रहता है तो यह प्रत्यक्ष तौर पर नियमों का उल्लंघन है। जिला प्रशासन को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कई बार-क्लब रातभर खुले रहते हैं और यहां देर रात तक शराब परोसी जाती है। इसी आधार पर छापामार कार्रवाई की गई।
चेतावनी भी जारी
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अगर भविष्य में कोई भी बार या क्लब इस तरह से नियमों की अवहेलना करता है, तो उसके लाइसेंस को पूरी तरह से निलंबित करने में संकोच नहीं किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम आम नागरिकों की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और शहर में अनुशासन कायम करने के लिए उठाया गया है।
शहरवासियों की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन के कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि देर रात तक चलने वाले बार और क्लबों से न केवल शोर-शराबे की समस्या बढ़ती है, बल्कि नशे में गाड़ी चलाने जैसी घटनाओं की आशंका भी रहती है। इससे आम लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है।
लगातार निगरानी का आश्वासन
प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में इस तरह की निगरानी और सख्त की जाएगी। टीम लगातार गश्त करेगी और किसी भी उल्लंघन पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा। रायपुर में बार और क्लब संस्कृति तेजी से बढ़ रही है, लेकिन नियमों का पालन करवाने के लिए जिला प्रशासन अब सख्ती दिखा रहा है। यह कार्रवाई इस बात का स्पष्ट संदेश है कि नियम तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।