Hospice. धर्मशाला। अपनी चिरलंबित मांगों को लेकर कांगड़ा का ओबीसी समुदाय सडक़ों पर उतर आया है। शनिवार को इसी कड़ी में ओबीसी समुदाय ने कांगड़ा शहर से लेकर धर्मशाला के उपायुक्त कार्यालय तक सामाजिक न्याय यात्रा के माध्यम से प्रदेश सरकार को भी चेता दिया है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो यह संघर्ष और भी तेज होगा। ओबीसी संघर्ष समिति की इस सामाजिक न्याय यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। धर्मशाला में समिति के बैनर तले समुदाय के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और अपनी मांगें जल्द पूरी करने की आवाज बुलंद की। इस मौके पर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने डीसी कांगड़ा हेमराज बेरवा के जरिए प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी
भेजा है।
ओबीसी के पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को अनदेखा किया गया, तो धर्मशाला के तपोवन में होने वाले शीतकालीन विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश सरकार का संघर्ष समिति घेराव करेगी। ओबीसी के अंतर्गत 48 जातियों को संवैधानिक अधिकारों से दूर रखा जा रहा है, इसीलिए उन्हें सामाजिक न्याय यात्रा निकालने पर मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि ओबीसी से संबंधित 48 जातियों के बच्चों को शिक्षा और नौकरियों में रिजर्वेशन का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। ओबीसी समुदाय की लगभग 60 फ़ीसदी जनसंख्या को दरकिनार किया जा रहा है। इस अवसर पर ओबीसी समिति के अध्यक्ष सौरभ कौंडल, महासचिव राम लाल, घिर्थ वाहती चाहंग महासभा के अध्यक्ष श्रीकंठ चौधरी, पूर्व मंत्री सरवीण चौधरी, पूर्व विधायक संजय चौधरी, वीरेंद्र चौधरी, युवा चौधरी फांउडेशन सहित ओबीसी समुदाय की विभिन्न संस्थाओं ने भाग लिया।