Virat Kohli Fitness Test in London: भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम(India National Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने हाल ही में इंग्लैंड(England) में अपना फिटनेस टेस्ट पास किया, जिससे क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है. आम तौर पर बीसीसीआई(BCCI) सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पहुंचना होता है, लेकिन इस बार कोहली को विदेश में टेस्ट देने की विशेष छूट दी गई. वे इन दिनों अपने परिवार के साथ लंदन में हैं और अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज का हिस्सा बनने की तैयारी कर रहे हैं. बीसीसीआई अधिकारियों की निगरानी में कोहली ने लंदन में फिटनेस टेस्ट पास कर\लिया हैं, जिसके बाद उनकी व्यक्तिगत रिपोर्ट बोर्ड को सौंप दी गई.
रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल सहित अन्य दिग्गजों ने 29 अगस्त को बेंगलुरु में टेस्ट दिया था, जबकि कोहली ने पूर्व अनुमति लेकर विदेशी धरती पर विडियो सुपरविजन में टेस्ट दी थी. सूत्रों के अनुसार, ऐसे कदम को लेकर बीसीसीआई की नीति पर चर्चा तेज हो गई है. क्या भविष्य में अन्य खिलाड़ी भी विदेशी या निजी कारणों से ऐसी छूट ले सकेंगे, खासकर जब वे विदेश में ट्रीटमेंट या रिहैब कर रहे हों? फिलहाल यह छूट केवल विशेष मामलों के लिए ही दी गई है और किसी एक खिलाड़ी के लिए नियम बदलना संस्थागत नीति में बदलाव का संकेत हो सकता है.
इस बार के फिटनेस आकलन में खिलाड़ियों की बेसलाइन स्ट्रेंथ और रिकवरी पैटर्न पर फोकस किया गया था. अधिकांश खिलाड़ियों ने आवश्यक फिटनेस मानदंड पूरे किए. जो खिलाड़ी चोट या रिकवरी फेज में हैं, उनका दूसरा चरण सितंबर में होगा. इसमें केएल राहुल, रवींद्र जडेजा, ऋषभ पंत और नितीश रेड्डी जैसे नाम शामिल होंगे. भारतीय क्रिकेट में फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट अब बेहद गंभीर मुद्दा बन गया है. इसके चलते बीसीसीआई बड़े टूर्नामेंटों या सीरीज से पहले अनिवार्य फिटनेस टेस्ट और क्लियरेंस की नीति अपना रहा है, ताकि टीम पूरे सीजन में अपनी फिटनेस और ऊर्जा बनाए रख सके.

