छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कई ऐसे वीडियो सामने आएं है, जिसके कारण शिक्षकों के पेशे को कई बार शर्मसार होना पड़ा है. अब ऐसा ही एक और मामला कोरबा (Korba) जिले के करतला ब्लॉक के अंतर्गत आनेवाली शासकीय स्कूल (Government School) से सामने आया है. जहांपर स्कूल के हेडमास्टर (Headmaster) नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचते है और यही पर कुर्सी पर सो जाते है. इनकी सैलरी 1 लाख रूपए के करीब है, लेकिन इन्हें ये भी नहीं पता कि छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन है और जिला कलेक्टर का क्या नाम है? और तो और इन्हें देश के प्रधानमंत्री (Prime Minister) का भी पूरा नाम नहीं पता. दिमाग पर काफी ज्यादा जोर डालने के बाद इन्हें प्रधानमंत्री का नाम नरेंद्र है, ये इन्हें याद आया. इसके साथ ही इन्हें अंग्रेजी में ब्यूटीफुल की स्पेलिंग भी नहीं पता. इनका पूरा वीडियो किसी ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
अब इन हेडमास्टर साहब पर गाज गिरनेवाली है. इसका वीडियो सोशल मीडिया X पर @VistaarNews नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.
शराब के नशे में धुत हेडमास्टर
छत्तीसगढ़ | कोरबा में स्कूल में सोता मिला नशे में धुत-हेडमास्टर, नहीं मालूम पीएम-सीएम का नाम#Chhattisgarh #Korba #CGNews #ViralVideo pic.twitter.com/ZB7qCyHgmM
— Vistaar News (@VistaarNews) August 30, 2025
क्या है पूरा मामला?
इन हेडमास्टर (Headmaster) का नाम चंद्रपाल पैकरा है. ये करतला ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत जर्वे के सरकारी प्राथमिक स्कूल में हेडमास्टर है. बताया जा रहा है की ये रोजाना शराब के नशे में स्कूल पहुंचते है. अब जब हेडमास्टर ही नशेडी हो, तो बच्चों को कैसे पढ़ाया जाएगा और उन्हें अच्छी शिक्षा की उम्मीद कैसे दी जाएगी. जानकारी के मुताबिक़ इस स्कूल में 46 बच्चे है, जिन्हें दो अलग अलग क्लासेज में बिठाया जाता है. एक क्लास में एक टीचर बच्चों को पढ़ाते है और दूसरी क्लास में कोई टीचर नहीं था और वही हेडमास्टर अपने ऑफिस में बैठकर शराब पीकर आराम कर रहे थे.
हेडमास्टर पर होगी कार्रवाई
इस वीडियो (Video) के वायरल होने के बाद अब बताया जा रहा है की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) को भेजी गई है और इन्हें अब सस्पेंड किया जाएगा. बता दें की पिछले दिनों छत्तीसगढ़ से ही बलरामपुर जिले से एक वीडियो सामने आया था,जहांपर शिक्षकों को अंग्रेजी में Eleven और Eighteen भी नहीं लिख पाएं थे. अगर इस तरह के शिक्षक स्कूलों में होंगे, तो बच्चों का भविष्य बर्बाद होना तय है.

