नालंदा: बिहार (Bihar) के नालंदा जिले (Nalanda News) से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. जहां नीतीश सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और जेडीयू (JDU Leader) के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार (Shravan Kumar) पर गुस्साई भीड़ ने जानलेवा हमला (Bihar Minister Attacked) कर दिया. घटना में उनके एक बॉडीगार्ड के घायल होने की खबर है. भीड़ का गुस्सा इतना ज्यादा था कि उन्होंने मंत्री के काफिले को करीब एक किलोमीटर तक दौड़ाया और पथराव (Mob Attack Bihar) भी किया.
क्या है पूरा मामला?
यह घटना नालंदा के हिलसा थाना क्षेत्र के मलावां गांव (Malawan Village) की है. दरअसल, दो दिन पहले यहां एक भीषण सड़क हादसा हुआ था, जिसमें 9 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. इन्हीं पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने और सरकारी मदद का भरोसा दिलाने के लिए मंत्री श्रवण कुमार स्थानीय विधायक प्रेम मुखिया के साथ मलावां गांव पहुंचे थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्री ने करीब आधे घंटे तक पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. जब वे वहां से वापस लौटने लगे, तो अचानक गांव के कुछ लोग भड़क गए और उनके काफिले पर हमला कर दिया.
जान बचाकर भागे मंत्री और विधायक
अचानक हुए इस हमले से वहां अफरातफरी मच गई. गुस्साई भीड़ ने गाड़ियों पर पथराव शुरू कर दिया और काफिले का पीछा करने लगी. इस हमले में मंत्री श्रवण कुमार और विधायक प्रेम मुखिया ने किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से निकले. घटना में मंत्री के एक बॉडीगार्ड को चोटें आई हैं.
🚨 Chaos in Bihar! Villagers attacked Minister Shravan Kumar in Nalanda.
The crowd chased the minister, leaving security personnel injured.
📸 Video shows the minister running, holding his dhoti.#Bihar #Nalanda #ShravanKumar #BreakingNews pic.twitter.com/QgrFevGsB7
— RashtraVaani (@RashtraVaani25) August 27, 2025
घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला. फिलहाल गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और तनाव का माहौल बना हुआ है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मंत्री ने क्या कहा?
इस हमले के बाद मंत्री श्रवण कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “मैं तो उन पीड़ित परिवारों के दुख में शामिल होने गया था, जिनकी सड़क हादसे में मौत हो गई थी. सरकार की तरफ से जो मदद दी जा रही है, वह उन तक सही से पहुंचे, यह सुनिश्चित करने गया था. कुछ लोग क्यों नाराज थे, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है.”
यह घटना इस बात को दर्शाती है कि सड़क हादसे को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश था, जो मंत्री के दौरे के समय बाहर आ गया.

