ड्रीम11 और बीसीसीआई का Logo(Credit:X/Twitter)
Team India Title Sponser: ड्रीम11 के बाहर होने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को टीम इंडिया के लिए नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश में राहत मिल सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई बड़ी कंपनियों ने भारतीय क्रिकेट टीम के साथ जुड़ने में दिलचस्पी दिखाई है. ऑनलाइन गेमिंग बिल के पारित होने के बाद ड्रीम11 के स्पॉन्सरशिप छोड़ने के फैसले के कारण BCCI को एशिया कप से पहले नए स्पॉन्सर की आवश्यकता हो गई है. गुरुवार को संसद के दोनों सदनों द्वारा ‘प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल’ पास होने के बाद ड्रीम11 ने BCCI को सूचित किया था कि वे अब भारतीय क्रिकेट टीम को स्पॉन्सर नहीं करेंगे. इस फैसले के कारण BCCI को 9 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाले एशिया कप से पहले नए स्पॉन्सर की खोज करनी पड़ रही है. ऑनलाइन गेमिंग बिल के बाद फैंटेसी पेड कॉन्टेस्ट बंद! डिटेल्स में जानिए कैसे निकालें ड्रीम11 वॉलेट से अपना पैसा?
टोयोटा और फिनटेक स्टार्टअप ने जताई दिलचस्पी: NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, दो प्रमुख कंपनियों ने भारतीय क्रिकेट टीम के टाइटल स्पॉन्सर बनने में रुचि दिखाई है. “टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन और एक फिनटेक स्टार्टअप ने अब तक दिलचस्पी दिखाई है. हालांकि, आधिकारिक टेंडरिंग प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है,” रिपोर्ट में बताया गया. टोयोटा का नाम इस सूची में आना काफी दिलचस्प है क्योंकि यह एक वैश्विक ऑटोमोबाइल दिग्गज कंपनी है जिसकी भारत में मजबूत उपस्थिति है. वहीं फिनटेक स्टार्टअप का नाम इस बात का संकेत है कि टेक्नोलॉजी और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र की कंपनियां भी भारतीय क्रिकेट के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक हैं.
टाटा समूह: टाटा ग्रुप भारतीय क्रिकेट के प्रमुख हितधारकों में से एक है और IPL की टाइटल स्पॉन्सरशिप भी हासिल कर चुका है. अपनी स्थिरता और ब्रांड वैल्यू के चलते टाटा टीम इंडिया की जर्सी स्पॉन्सरशिप लेने के लिए एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है.
रिलायंस जियो: डिजिटल प्लेटफॉर्म और OTT क्षेत्र में जियो की पकड़ मजबूत है. उन्होंने पहले से ही मुंबई इंडियंस IPL टीम का मालिक है और भारतीय खेलों में बड़े निवेशक के रूप में खड़े हैं. टीम इंडिया की जर्सी पर उनका नाम दर्शाना उनकी मार्केटिंग के लिए बेहद लाभकारी होगा. जो खेल सेक्टर में अपनी विस्तार कर रहा है.
महिंद्रा एंड महिंद्रा: “मेक इन इंडिया” का प्रतीक महिंद्रा, जिनकी गाड़ियां और ट्रैक्टर देश के ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रसिद्ध हैं, टीम इंडिया की जर्सी पर स्पॉन्सरशिप के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं. कंपनी के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा के क्रिकेट प्रेम ने भी इस कनेक्शन को मजबूत किया है.
अदानी ग्रुप्स: अदानी समूह भी भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक है. अदानी समूह कई खेल परियोजनाओं में भी निवेश कर रहा है. वे WPL में गुजरात जायंट्स, ILT20 और कई घरेलू लीगों में टीमों के मालिक हैं. वे सबसे बड़े खेल निवेशकों में से एक के रूप में उभर रहे हैं, और कई उपभोक्ता-आधारित कंपनियों के साथ, टीम इंडिया की जर्सी के सामने वाले हिस्से को प्रायोजित करना उनके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.
पेप्सीको.: पेप्सी जैसे FMCG ब्रांड लंबे समय से BCCI से जुड़े हुए हैं. पेप्सी पहले IPL की टाइटल प्रायोजक भी रही है. पेप्सी कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है, जो शीर्ष स्तर पर खेलों का प्रायोजन करती है. वे BCCI और ICC इवेंट्स से जुड़े रहे हैं, और मेन इन ब्लू को प्रायोजित करने में उनकी रुचि हो सकती है.
पहले से तैयार हैं ड्रीम11 वाली जर्सी
रिपोर्ट के अनुसार, एशिया कप के लिए ड्रीम11 के लोगो वाली टीम इंडिया की जर्सी पहले से ही तैयार हो चुकी हैं. हालांकि, इस महाद्वीपीय चैंपियनशिप में इन जर्सी का उपयोग नहीं किया जाएगा. यह स्थिति BCCI के लिए अतिरिक्त दबाव बनाती है कि वे जल्द से जल्द नए स्पॉन्सर का इंतजाम करें. BCCI सेक्रेटरी देवजीत साइकिया ने शुक्रवार को कहा था कि बोर्ड देश के कानूनों का पालन करेगा. “यदि यह अनुमतित नहीं है, तो हम कुछ भी नहीं करेंगे. BCCI केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई देश की हर नीति का पालन करेगा,” साइकिया ने कहा था.
ड्रीम11 अधिकारियों की BCCI से मुलाकात
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ड्रीम11 के अधिकारी BCCI के मुंबई कार्यालय में CEO हेमांग अमीन से मिले और उन्हें अपने हटने का फैसला बताया. “ड्रीम11 के प्रतिनिधि BCCI कार्यालय गए और CEO हेमांग अमीन को सूचित किया कि वे जारी रखने में सक्षम नहीं होंगे. परिणामस्वरूप, वे एशिया कप के लिए टीम के स्पॉन्सर नहीं होंगे. BCCI जल्द ही नया टेंडर जारी करेगा,” रिपोर्ट में एक BCCI अधिकारी के हवाले से कहा गया.

