Credit-(File photo)
मुंबई, महाराष्ट्र: मुंबई शहर में पिछले 4 सालों में चालान की कार्रवाई के 1 हजार करोड़ रूपए वाहन चालकों ने भरें ही नहीं. जिसके कारण ये ये 1 हजार करोड़ रूपए बकाया. अब ट्रैफिक विभाग को इसकी वसूली काफी मुश्किल होनेवाला है. मुंबई शहर में नागरिकों के पास लाखों की संख्या में दुपहिया और फोर व्हीलर वाहन है. नियमों को तोड़ने के बाद इनका चालान किया जाता है. कल्याण के आरटीआई कल्याण के एक्टिविस्ट उन्नीकृष्णन एन ने आरटीआई के तहत ये जानकारी मांगी थी. जिसके आधार पर उन्हें ये जानकारी मिली. बताया जा रहा है कि साल 2020 से लेकर 11 जुलाई 2025 तक कुल 1 हजार करोड़ रूपए के ई -चालान भरें ही नहीं गए.
बताया जा रहा है की ट्रैफिक विभाग ने 1817 करोड़ रूपए के चालान में से 817 करोड़ रूपए वसूल किए है. अब भी 1 हजार करोड़ का बकाया बाकी, जो भरा नहीं गया है. ये भी पढ़े:New Scam Alert! फर्जी ‘RTO चालान APK’ फाइल के जरिए वॉट्सऐप हो रहा हैक, ऑनलाइन वाहन चालान ऐसे करें चेक
आरटीआई से हुआ खुलासा
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, जनवरी 2020 से 11 जुलाई 2025 तक मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने 3.2 करोड़ ई-चालान जारी किए, जिनकी कुल राशि 1,817 करोड़ रूपए थी. इसमें से 817 करोड़ रूपए की वसूली हो चुकी है, लेकिन 1,000 करोड़ रूपए अब भी बकाया है. जुलाई 2025 में ही लंबित राशि में 215 करोड़ रूपए की बढ़ोतरी हुई, जो 2023 में 685 करोड़ रूपए थी.
नशे में ड्राइविंग पर सख्ती
अप्रैल 2025 से अब तक 795 ड्राइविंग लाइसेंस नशे में गाड़ी चलाने के मामलों में निलंबित किए गए हैं. दोहराए जाने वाले उल्लंघनों पर लाइसेंस निलंबन या रद्द करने के लिए परिवहन विभाग को भेजा जा रहा है. पुलिस कुछ मामलों में अपराधियों के नाम सार्वजनिक रूप से पोस्ट भी कर रही है.
चालान पर आपत्तियां और कार्रवाई
जनवरी 2024 से फरवरी 2025 के बीच 556 करोड़ रूपए के चालान जारी हुए. इस दौरान चालान के खिलाफ 1.8 लाख ऑनलाइन शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 1.07 लाख की जांच के बाद खारिज कर दिया गया. ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि 80% से ज्यादा चालान में साफ तस्वीरों के रूप में सबूत मौजूद होते हैं, हालांकि कभी-कभी गलत चालान भी जारी हो जाते हैं, जिन्हें कानूनी रूप से चुनौती दी जा सकती है.
वसूली के लिए नए कदम
वसूली के लिए पुलिस वर्दीधारी कांस्टेबलों को डिफॉल्टर्स के घर फोटो सबूतों के साथ भेज रही है. साथ ही, परिवहन विभाग से यह भी अनुरोध किया जा रहा है कि बकाया साफ होने तक वाहन ट्रांसफर या फिटनेस सर्टिफिकेट जैसी सेवाएं रोकी जाएं.
विशेष ट्रैफिक कोर्ट की जरूरत
पूर्व वरिष्ठ ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों का मानना है कि बकाया वसूली में तेजी लाने के लिए स्पेशल ट्रैफिक कोर्ट बनाए जाने चाहिए. इसमें उल्लंघन के एक हफ्ते के भीतर नोटिस, फिर कोर्ट में केस, और एक महीने में निपटारा,ऐसा ढांचा सुझाया गया है.
सबसे ज्यादा बकाया दुपहिया वाहन चालकों पर
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, बकाया रकम का बड़ा हिस्सा दोपहिया चालकों, खासकर डिलीवरी बॉय से जुड़ा है, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती है. इस वजह से बड़े पैमाने पर वसूली में मुश्किलें आती हैं.

