नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि राज्य की वोटर लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया है. हालाँकि, भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए इसे “तथ्यात्मक रूप से गलत” बताया है.
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब तेजस्वी यादव ने कहा कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, राज्य की वोटर लिस्ट के ड्राफ्ट से लगभग 65 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं. चुनाव आयोग ने हाल ही में एक महीने के विशेष अभियान के बाद बिहार की वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट जारी किया था. तेजस्वी ने सवाल उठाया, “मेरा नाम ही वोटर लिस्ट में नहीं है. मैं चुनाव कैसे लड़ूंगा?”.
इस पर चुनाव आयोग ने जवाब देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव का नाम ड्राफ्ट लिस्ट में मौजूद है और यह सीरियल नंबर 416 पर दर्ज है.
तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि उन्होंने अपने वोटर आईडी कार्ड पर लिखे EPIC नंबर (एक खास पहचान संख्या) का इस्तेमाल करके चुनाव आयोग के ऑनलाइन पोर्टल पर अपनी जानकारी खोजने की कोशिश की, लेकिन उन्हें अपनी जानकारी नहीं मिली.
तेजस्वी ने आरोप लगाया, “हर विधानसभा क्षेत्र से लगभग 20 से 30 हजार नाम हटा दिए गए हैं. कुल मिलाकर करीब 65 लाख वोटरों, यानी कुल वोटरों का लगभग 8.5%, का नाम लिस्ट से काट दिया गया है. चुनाव आयोग ने हमें जो लिस्ट दी है, उसमें चालाकी से किसी भी वोटर का पता, बूथ नंबर या EPIC नंबर नहीं दिया है, ताकि हम यह पता ही न लगा सकें कि किसका नाम लिस्ट से हटाया गया है.”
वहीं, चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी जिस EPIC नंबर का जिक्र कर रहे हैं, वह अमान्य (invalid) है. सूत्रों ने यह भी कहा कि शुरुआती जांच में ऐसी संभावना लग रही है कि तेजस्वी यादव के पास दो अलग-अलग वोटर आईडी कार्ड हो सकते हैं.

