दुर्ग। CG NEWS: छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले प्रदेशभर के तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने सोमवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की है। संसाधन नहीं तो काम नहीं के नारे के साथ यह आंदोलन प्रशासनिक अमले की वर्षों से उपेक्षित मांगों को लेकर किया जा रहा है। आंदोलन के पहले दिन दुर्ग ज़िले के अधिकारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर हिंदी भवन के पास धरना प्रदर्शन किया।
दुर्ग के हिंदी भवन के सामने धरने में शामिल अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन शासन की उस बेरुखी के खिलाफ है, जो लंबे समय से उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करता आ रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को फील्ड में काम करने के लिए न पर्याप्त संसाधन मिलते हैं, न ही आवश्यक स्टाफ और सुरक्षा।
तकनीकी संसाधनों की कमी से रोज़मर्रा का कार्य प्रभावित हो रहा है, जिससे आम जनता को भी सेवाएं समय पर नहीं मिल पा रही हैं।संघ की ओर से 17 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा गया है, जिनमें प्रमुख रूप से कार्यस्थलों पर स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था, तकनीकी संसाधन मुहैया कराना, पदोन्नति प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना, प्रशासनिक पदों का पुनर्गठन और फील्ड में कार्यरत अधिकारियों को सुरक्षा देना शामिल हैं।
संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शासन ने समय रहते उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया, तो आगामी दिनों में यह आंदोलन और अधिक उग्र रूप लेगा। फिलहाल आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा। संघ ने यह भी स्पष्ट किया कि यह लड़ाई किसी व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ और सेवा प्रदाय प्रक्रिया को प्रभावी बनाने की दिशा में एक गंभीर पहल है।


