
Raigarh. रायगढ़। शहर की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से रायगढ़ पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “सुरक्षित सुबह” सीसीटीवी जागरूकता अभियान के तहत गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम ने की। इस दौरान सर्राफा एसोसिएशन, पेट्रोल पंप एसोसिएशन, एनजीओ प्रतिनिधियों और शहर के प्रमुख नागरिकों ने हिस्सा लिया। एएसपी मरकाम ने बैठक में बताया कि हाल ही में हुए श्याम मंदिर चोरी कांड में आरोपी की पहचान और ट्रैकिंग सीसीटीवी कैमरे की मदद से ही संभव हो पाई थी।
उन्होंने कहा कि अधिकांश प्रतिष्ठानों में कैमरे तो लगे हैं, लेकिन अगर एक कैमरे का फोकस सार्वजनिक सड़क या चौराहे पर हो, तो अपराध की निगरानी और जांच काफी प्रभावी हो सकती है। उन्होंने व्यापारियों और संगठनों से आग्रह किया कि वे अपने प्रतिष्ठानों के आसपास के सार्वजनिक स्थानों पर कैमरे लगवाने में सहयोग करें। बैठक में लायंस क्लब और अन्य सामाजिक संगठनों ने सक्रिय समर्थन व्यक्त करते हुए पुलिस को उन स्थानों की सूची देने का आश्वासन दिया जहां अभी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। साथ ही व्यापारी संगठनों ने यह भी वादा किया कि वे इन कैमरों की स्थापना और रखरखाव की जिम्मेदारी स्वयं उठाएंगे। यह अभियान पुलिस और आम जनता की साझेदारी का एक मजबूत उदाहरण बनता जा रहा है।
बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा, कोतवाली थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल सहित कई गणमान्य नागरिक, व्यापारी और समाजसेवी उपस्थित रहे। इनमें ओम प्रकाश अग्रवाल, संजय अग्रवाल, रामनिवास मोड़ा, राहुल सोनी, पुरुषोत्तम अग्रवाल, अशोक सोनी, विक्रम अग्रवाल, डेनिश मिंज, अनिता कपूर, डॉ. सविता साव, गीता भारद्वाज, मनीष गुप्ता आदि प्रमुख थे। साइबर सेल की टीम ने तकनीकी सहायता और निगरानी के बेहतर उपायों की जानकारी दी। इस दौरान उपस्थित नागरिकों ने अभियान को जन-जागरूकता अभियान के रूप में फैलाने का भी सुझाव दिया। “सुरक्षित सुबह” अभियान के तहत पुलिस और आम जनता के इस संयुक्त प्रयास से रायगढ़ शहर और अधिक सुरक्षित बनेगा। यह पहल अपराधियों के लिए चुनौतीपूर्ण वातावरण बनाएगी और समाज में सुरक्षा की भावना को और मजबूती देगी।

