
Varanasi, वाराणसी: केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इसका उद्देश्य एक रोडमैप तैयार करना है, जिसके तहत केंद्र सरकार, राज्य सरकार और धार्मिक संगठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नशा मुक्त भारत अभियान के साथ जुड़ें। वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र में ‘ विकसित भारत के लिए नशा मुक्त युवा ‘ विषय पर ‘युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वाराणसी में तीन दिवसीय ‘ नशा मुक्त युवा ‘ विकासशील भारत शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन से 113 आध्यात्मिक युवा संगठन जुड़े हुए हैं। सभी संगठनों की युवा शाखाएँ अपना योगदान दे रही हैं।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम विभिन्न सत्रों में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने एएनआई को बताया, “हमारा उद्देश्य ऐसा रोडमैप तैयार करना है जिसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकार, आध्यात्मिक संगठन, धार्मिक संगठन, सामाजिक सेवा संस्थान, सभी पीएम मोदी के नशा मुक्त भारत अभियान के साथ जुड़ें और भारत के विकास में भागीदार बनें…”
कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एएनआई को बताया, “खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय ने केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में इस कार्यशाला का आयोजन पीएम मोदी के नशा मुक्त और विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए किया है। मंत्रालय ने देश भर से विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों को इकट्ठा किया है जो किसी न किसी तरह से इस क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं…”
केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि अभियान का उद्देश्य युवाओं को सशक्त बनाना है। “…आज, विकसित भारत के अंतर्गत नशा मुक्त युवा अभियान का आयोजन किया गया , जिसे हमारे युवा खेल मंत्रालय और भारत सरकार के अन्य मंत्रालयों के माध्यम से आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य है कि हमें 2047 तक भारत को विकसित बनाना है और आज का युवा सशक्त और व्यसन मुक्त होना चाहिए…”
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान, प्रधानमंत्री का एक विशेष संदेश प्रतिभागियों के साथ साझा किया गया, जिसमें युवाओं के नेतृत्व वाले इस आंदोलन के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान किया गया। अपने संदेश में, प्रधानमंत्री ने कहा कि, “युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन 2025 एक सराहनीय पहल है जिसका उद्देश्य युवा भारतीयों की एक सशक्त, जागरूक और अनुशासित पीढ़ी का निर्माण करना है। नशा न केवल व्यक्तिगत क्षमता को पटरी से उतारता है, बल्कि परिवारों और समाज की नींव को भी कमजोर करता है। मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ इस सामूहिक लड़ाई में, आत्म-जागरूकता, उद्देश्यपूर्ण जीवन और सामुदायिक भागीदारी हमारे मार्गदर्शक सिद्धांत होने चाहिए।

