इस घटना ने देश में तनाव को और बढ़ा दिया है।
Violence in Bangladesh : ढाका। बांग्लादेश के गोपालगंज जिले में बुधवार को नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) की रैली के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। यह हिंसा शेख हसीना की अवामी लीग के समर्थकों और NCP कार्यकर्ताओं के बीच हुई, जिसके बाद जिला प्रशासन ने 22 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया। गोपालगंज, शेख हसीना और उनके पिता, बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीब-उर-रहमान का गृहनगर होने के कारण राजनीतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है। इस घटना ने देश में तनाव को और बढ़ा दिया है।
हिंसा का कारण: NCP रैली और अवामी लीग का विरोध-
NCP ने गोपालगंज के पोरा पार्क में अपनी “जुलाई मार्च” रैली का आयोजन किया था, जो पिछले साल शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेंकने वाली छात्र-नेतृत्व वाली क्रांति की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में थी। इस रैली का अवामी लीग के समर्थकों ने कड़ा विरोध किया, जिन्हें सरकार ने मई 2025 में सभी राजनीतिक गतिविधियों पर प्रतिबंध के बावजूद सक्रिय माना जा रहा है। अवामी लीग कार्यकर्ताओं ने गोपालगंज-टेकरहट मार्ग पर पेड़ काटकर रास्ता अवरुद्ध किया, सरकारी वाहनों में आग लगाई, और रैली स्थल पर हमला किया। इस दौरान मंच, कुर्सियां और ध्वनि उपकरण तोड़ दिए गए।
गोलीबारी और मौतें: सुरक्षाबलों की भूमिका पर सवाल-
गोपालगंज जनरल अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अबू सैयद मोहम्मद फारूक ने बताया कि हिंसा में मारे गए चार लोगों की पहचान दीप्तो साहा (25), रमजान काजी (18), सोहेल राणा (30), और इमॉन (24) के रूप में हुई है। कम से कम 13 अन्य लोग गोली लगने से घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। एक स्थानीय दुकानदार ने दावा किया कि सुरक्षाबलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोलीबारी की, जिसमें दो लोग गिरते देखे गए। दीप्तो साहा के परिजनों ने कहा कि उनका बेटा किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा था और वह अपनी दुकान की ओर जा रहा था, जब उसे पेट में गोली लगी।
कर्फ्यू और प्रशासनिक कार्रवाई-
हिंसा के बाद गोपालगंज में बुधवार रात 8 बजे से गुरुवार शाम 6 बजे तक कर्फ्यू लागू किया गया। जिला उपायुक्त मोहम्मद कमरुज्जमां ने धारा 144 लागू की, और चार प्लाटून (लगभग 200 सैनिक) बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) को तैनात किया गया। इसके अलावा, गोपालगंज में चल रही HSC, Alim, और HSC (Vocational) परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया। अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने इस हिंसा को “पूरी तरह से अस्वीकार्य” करार दिया और अवामी लीग और इसके छात्र संगठन छात्र लीग पर हमले का आरोप लगाया। यूनुस के कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

