Bijapur. बीजापुर। कलेक्टर संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे “वेंडे स्कूल दयाकाल” अभियान अंतर्गत शत-प्रतिशत नामांकन हेतु ग्राम पंचायतों में ग्राम शिक्षा समितियों के साथ बैठक आयोजित कर पालकों और ग्रामीणों ने हर बच्चे को स्कूल भेजने का संकल्प लिया। बीजापुर जिले में शिक्षा को जन आंदोलन का रूप देते हुए “वेंडे स्कूल दयाकाल” नामक विशेष नामांकन अभियान संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर संबित मिश्रा के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत सीईओ हेमंत नंदनवार के नेतृत्व में चल रहे अभियान में 6 से 14 वर्ष आयु वर्ग के शाला त्यागी एवं अप्रवेशी बच्चों को चिन्हांकित कर उन्हें विद्यालयों, विशेषकर आवासीय विद्यालयों में पुनः नामांकित करने की रणनीति बनाई गई है।
अभियान के तहत 09 जुलाई 2025 को जिले की सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम शिक्षा समितियों की बैठकें आयोजित की गई। इन बैठकों में स्थानीय प्रशासन, शिक्षक, पालक और समुदाय एकजुट होकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। बैठक में ग्राम शिक्षा समिति के सदस्यों ने 9 से 14 वर्ष के बच्चों के शत-प्रतिशत नामांकन का संकल्प लेते हुए सामूहिक शपथ लिया और पंचायतों में जागरूकता रैलियाँ निकाली गई। अभियान अंतर्गत गांव-गांव में बच्चों की पहचान कर उनके परिवारों से संपर्क कर स्कूल में पुनः दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है। चिन्हित बच्चों को सूचीबद्ध कर आवासीय विद्यालयों में नामांकन करने की प्रक्रिया की जा रही है। जिले में क्षेत्र के वातावरण के हिसाब से स्थानीय बोली में भी ग्रामीणों को शाला त्यागी और अप्रवेशी बच्चों का शत प्रतिशत नामांकन करने की समझाइश दी गई। अभियान अंतर्गत नामांकन को बढ़ावा देने के साथ समुदाय में शिक्षा के प्रति जागरूकता और उत्तरदायित्व का भाव भी पैदा कर उन्हें गुणवत्तापूर्ण सतत शिक्षा से जोड़ने की मुहिम चलाई जा रही है।

