
उक्त आरोपियों ने गुरसाहिब सिंह को कर्ज चुकाने के लिए नया लोन दिलाने की बात कही थी, लेकिन आरोपियों ने उसे लोन नहीं दिलवाया इससे परेशान होकर गुरसाहिब सिंह ने खुद को गोली मार ली।
जानकारी के अनुसार मृतक गुरसाहिब सिंह खेतीबाड़ी का काम करता था। उसके दो बेटे हैं, जो विदेश में सेटल हैं। इन बेटों को विदेश भेजने के बाद बेटी की शादी के लिए किसान गुरसाहिब ने कर्ज लिया था, जो अभी तक चुका नहीं पाया था।
इसी बीच गांव के ज्ञान चंद के अनुसार उसने गुरमेल सिंह से तालमेल किया, जिसने अपने एक साथी इंद्रजीत सिंह की मदद से उसे करीब 3 करोड़ का लोन दिलवाने का भरोसा दिलाया और बदले में 10 लाख रुपये कमीशन लेने की बात भी कही। मृतक के पिता मेजर सिंह के अनुसार जरूरी दस्तावेज दिए गए थे और साथ ही एडवांस के तौर पर 185000 और कुछ समय बाद 2,20,000 रुपये खातों में आने की बात कही गई थी। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी लोन नहीं मिला, जिससे परेशान होकर गुरसाहिब ने यह आखिरी कदम उठाया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक के पिता मेजर सिंह के बयानों के आधार पर गुरमेल सिंह और इंद्रजीत सिंह के खिलाफ नेहियावाला थाने में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

