
:कस्बा मामले में इस बार जांचकर्ताओं ने कॉलेज की प्रबंधन समिति की रजिस्टर बुक जब्त की है। वे जानना चाहते हैं कि पिछले मंगलवार से पहले प्रबंधन समिति की आखिरी बैठक कब हुई थी। लालबाजार के जांचकर्ताओं का भी मानना है कि रजिस्टर से कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं। गैंगरेप का मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा इस लॉ कॉलेज का अस्थायी कर्मचारी था। यह देखना बाकी है कि उसकी नियुक्ति प्रबंधन समिति की सिफारिश पर हुई थी या नहीं। अगर ऐसा था तो क्या इस मामले में कोई आपत्ति थी? अगर किसी ने आपत्ति जताई तो क्या इसे मिनट्स में दर्ज किया गया? इन सवालों के जवाब देने में रजिस्टर बहुत अहम है।
कोलकाता पुलिस के जांचकर्ताओं का दावा है कि मनोजीत ‘काफी प्रभावशाली’ है। सूत्रों के मुताबिक, अलीपुर कोर्ट में उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों में ‘प्रभावशाली’ होने का जिक्र है। शुरुआती तौर पर जांचकर्ताओं को यकीन है कि मनोजीत ने अंत तक यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि पुलिस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई न करे।
गैंगरेप की घटना 25 जून को हुई थी। 26 जून की रात को मनोजीत मिश्रा, प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद को गिरफ्तार किया गया था। जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि उन 24 घंटों में उन्होंने क्या किया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान मनोजीत सही जानकारी नहीं दे रहा है। क्या जांचकर्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है? गुरुवार को उनसे पूछताछ की जाएगी।

