दो मजदूर
अजय राय और विकास घायल हो गए। यह सभी थकावट की वजह से रेलवे पटरी पर ही सो गए थे। यही वजह थी कि अचानक मालगाड़ी आई और गहरी नींद में सो रहे 4 लोगों को ट्रेन ने अपने चपेट में ले लिया। झारखंड के घायल मजदूर अजय राय ने बताया कि, उन्हें एक ठेकेदार काम करने के लिए दल्लीराजहरा क्षेत्र में लाया था।
मजदूरों
में डर था। इसलिए सभी बिना कुछ कहे, अंधेरे में पटरियों के सहारे आगे बढ़ रहे थे। संतोष ने बताया कि, वो सामू हेमाराम, सूरज राय, बबलाल राय, महेन्द्र सिंह, कमलेश सिंह और सूरज हेमरम करीब 200 मीटर आगे बढ़ चुके थे। हमें ट्रेन की आवाज सुनाई दी और हमने सभी घबरा कर सो रहे साथियों को फोन लगाने की कोशिश की। लेकिन तब तक ट्रेन गुजर चुकी थी। घायल विकास हेमरम ने बताया कि, वे सभी 18 से 25 उम्र के करीब हैं। सभी गांव के दोस्त हैं। सभी के घरों की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। इसलिए यहां कई सपने लेकर आए थे, अब दोस्तों के शव लेकर लौट रहे हैं। विकास ने बताया कि कई युवक पहली बार अपने गांव से बाहर निकले थे। इसलिए दूसरे जगह के रहन सहन से बिल्कुल अनजान थे।
अस्पताल
पहुंचाया गया। घटना के बाद से ही उनके साथ के लोग बदहवास हो गए। परिजनों को भी फोन पर सूचना दी गई है। हादसे की सूचना मिलते ही जब रेलवे और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तो घटनास्थल का नजारा भयावह था। मालगाड़ी के पहिए से कटने के कारण दो युवकों के शव कई हिस्सों में बंट चुके थे। दो युवक पटरी के किनारे तड़पते हुए मिले। आसपास उनका सामान, मोबाइल और बैग बिखरा पड़ा था। जिन्हें दल्लीराजहरा पुलिस ने मौके से जब्त किया। दल्लीराजहरा सीएसपी डॉ. चित्रा वर्मा ने बताया कि, हादसा सुबह 3:45 से 4 बजे के बीच हुआ है। सूचना मिलते ही घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां इलाज चल रहा है। घायल मजदूरों ने जानकारी दी है कि झारखंड से जिले के किसी स्थान में काम करने आए थे। वापस झारखंड जाने निकले थे। तभी यह हादसा हो गया।

