JEE Advanced Result 2025 OUT
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर ने जेईई एडवांस्ड 2025 (JEE Advanced 2025) का रिजल्ट आज 2 जून 2025 (सोमवार) को घोषित कर दिया है. इस बार आईआईटी (IIT) दिल्ली ज़ोन के रजित गुप्ता ने ऑल इंडिया टॉप किया है. उन्होंने कुल 360 में से 332 अंक हासिल किए हैं.
परीक्षा में शामिल सभी छात्र अपना रिजल्ट देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जा सकते हैं. रिजल्ट देखने के लिए उन्हें अपनी आवेदन संख्या और जन्म तिथि दर्ज कर लॉगिन करना होगा. इसके साथ ही फाइनल आंसर की (Final Answer Key) भी वेबसाइट पर जारी कर दी गई है, जिसे छात्र डाउनलोड कर सकते हैं.
परीक्षा और पेपर का स्तर
जेईई एडवांस्ड 2025 की परीक्षा 18 मई को दो शिफ्टों में आयोजित की गई थी, जिसमें पेपर-1 और पेपर-2 शामिल थे. छात्रों की रिस्पॉन्स शीट (Response Sheet) 22 मई को और प्रोविजनल आंसर की (Provisional Answer Key) 25 मई को जारी की गई थी.
इस बार जेईई एडवांस्ड 2025 की परीक्षा का स्तर काफी चुनौतीपूर्ण रहा है. विशेषज्ञों और छात्रों के अनुसार, इस बार गणित (Mathematics) का पेपर सबसे ज्यादा कठिन था, जबकि भौतिकी (Physics) और रसायन शास्त्र (Chemistry) के प्रश्न भी कम कठिन नहीं थे.
रैंक के लिए क्या है योग्यता?
रैंक लिस्ट में शामिल होने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय में न्यूनतम अंक और कुल मिलाकर भी न्यूनतम अंक हासिल करना अनिवार्य है. जेईई एडवांस्ड में कुल अधिकतम अंक 360 होते हैं, जो पेपर-1 और पेपर-2 में 180-180 अंक में विभाजित होते हैं.
केवल क्वालिफाई करना नहीं, ये शर्तें भी हैं जरूरी
आईआईटी में दाख़िला पाने के लिए जेईई एडवांस्ड क्वालिफाई करना ही काफी नहीं है. इसके साथ ही छात्र को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास होना चाहिए और उसमें कम से कम 75 प्रत्रिशत अंक (एससी/एसटी के लिए 65%) या बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में आना अनिवार्य है.
यदि किसी छात्र ने 2024 में 12वीं पास की है, और 2025 में सुधार (Improvement) परीक्षा दी है, तो दोनों में से बेहतर स्कोर को मान्यता दी जाएगी. इस बात का ध्यान रखें कि सभी विषयों की मार्कशीट एक ही बोर्ड से होनी जरुरी है.
टॉप 20 परसेंटाइल कैसे तय होता है?
बोर्ड परीक्षा में टॉप 20 परसेंटाइल में आने के लिए कुल पाँच विषयों के अंक जोड़े जाते हैं. इनमें भौतिकी, रसायन, गणित, एक भाषा (जिसमें सबसे ज्यादा अंक आए हों), और एक वैकल्पिक विषय शामिल होता है. अगर किसी विषय का मूल्यांकन 100 अंकों से कम के पैमाने पर किया गया है, तो उसके अंक को 100 के स्केल पर बदला जाएगा.
वहीं, जिन बोर्डों में ग्रेडिंग सिस्टम होता है, वहां छात्रों को इसके इक्विवैलेंट मार्क्स (Equivalent Marks) का प्रमाण पत्र जमा करना होगा. इसी आधार पर यह तय किया जाता है, कि छात्र अपने बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में आते हैं या नहीं.
जोसा काउंसलिंग से मिलेगा आईआईटी में दाख़िला
आईआईटी में प्रवेश की प्रक्रिया जोसा (Joint Seat Allocation Authority) के माध्यम से होती है. उम्मीदवारों को जोसा की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कर अपनी पसंद के कॉलेज और कोर्स भरने होते हैं.
जरूरी दस्तावेज़ और सत्यापन
आईआईटी में प्रवेश के लिए सभी जरूरी दस्तावेज़ जैसे 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, जाति प्रमाणपत्र, आधार कार्ड आदि की सही और समय पर जांच होना बहुत जरूरी है. अगर दस्तावेज़ों में कोई गलती या कमी पाई जाती है, तो इससे दाखिले की प्रक्रिया में बाधा आ सकती है.


